रिन्यूएबल एनर्जी क्या है? रिन्यूएबल एनर्जी के स्रोत (What is renewable energy and it’s sources)

रिन्यूएबल एनर्जी क्या है? रिन्यूएबल एनर्जी के स्रोत (What is renewable energy and it's sources)

भारत दुनिया का तीसरा सबसे अधिक ऊर्जा खपत करने वाला देश है।
REN21 नवीकरणीय 2022 वैश्विक स्थिति रिपोर्ट के अनुसार, भारत नवीकरणीय ऊर्जा (renewable energy) स्थापित क्षमता (बड़े हाइड्रो सहित) में विश्व स्तर पर चौथे स्थान पर है, पवन ऊर्जा क्षमता में चौथे स्थान पर है और सौर ऊर्जा क्षमता में भी चौथे स्थान पर है। देश ने COP26 में 2030 तक, गैर-जीवाश्म ईंधन-आधारित ऊर्जा का 500 GW का एक बढ़ा हुआ लक्ष्य निर्धारित किया है।

तो आइये… आज जानते हैं कि आख़िर ये रिन्यूएबल एनर्जी (renewable energy) क्या है ?

रिन्यूएबल एनर्जी क्या है? रिन्यूएबल एनर्जी के स्रोत

रिन्यूएबल एनर्जी क्या है?

नवीकरणीय ऊर्जा (renewable energy) वह ऊर्जा है जो कि प्राकृतिक स्रोतों से बिना पर्यावरण को नुकसान पहुंचाएं प्राप्त और प्रयोग की जा सकती है । उदाहरण के लिए, सूरज की रोशनी और हवा ऐसे स्रोत(sources) हैं जिनकी लगातार पूर्ति होती रहती है और ये कभी समाप्त नहीं होंगे कम से कम हमारे जीवन चक्र में तो नहीं । नवीकरणीय ऊर्जा स्रोत प्रचुर मात्रा में और हमारे चारों ओर उपलब्ध हैं।

भारतीय परिपेक्ष्य में रिन्यूएबल एनर्जी के लाभ

नवीकरणीय ऊर्जा के अनेक लाभ हैं और ये अर्थव्यवस्था, पर्यावरण, राष्ट्रीय सुरक्षा और मानव स्वास्थ्य को प्रभावित करते हैं। भारत में नवीकरणीय ऊर्जा के उपयोग करने के कुछ लाभ इस प्रकार हैं:

1. देश की पावर ग्रिड की बढ़ी हुई विश्वसनीयता, सुरक्षा और लचीलापन।
2. नवीकरणीय ऊर्जा उद्योगों में रोजगार सृजन।
3. ऊर्जा उत्पादन से कार्बन उत्सर्जन और वायु प्रदूषण में कमी।
4. भारतीय ऊर्जा स्वतंत्रता में वृद्धि, सामर्थ्य में वृद्धि, क्योंकि कई प्रकार की नवीकरणीय ऊर्जा पारंपरिक ऊर्जा स्रोतों के साथ लागत-प्रतिस्पर्धी है।
5. नॉन-ग्रिड-कनेक्टेड या दूरस्थ, तटीय, या द्वीपीय समुदायों के लिए स्वच्छ ऊर्जा पहुंच का विस्तार।

रिन्यूएबल एनर्जी के कई स्रोत हैं और इनमें से कुछ मुख्य स्रोत (sources) इस प्रकार हैैं:

सोलर एनर्जी (Solar Energy)

हमारे देश में सूर्य, एक वर्ष में लगभग 300 दिनों तक प्रकाश प्रदान करता है, जिसमें बहुत अधिक ऊर्जा होती है। एक घंटे में पृथ्वी की सतह तक पहुंचने वाली सौर ऊर्जा की मात्रा पूरे वर्ष के ग्रह की कुल ऊर्जा की मांग से भी अधिक होती है।

सोलर एनर्जी को कई प्रकार से उपयोग किया जा रहा है – जैसे कि सोलर पैनल (Solar Panel) से बिजली बनाना, सोलर वाटर हीटर (Solar Water Heater) से पानी गर्म करना, सोलर कुकर (Solar Cooker) से खाना बनाना, इत्यादि। 

यदि आप सोलर पेनल्स के बारे में अधिक जानकारी चाहतें हैं तो हमारी ब्लॉगपोस्ट Types of solar modules: From Crystalline to Thin-Film | सोलर मॉड्यूल्स के प्रकार: क्रिस्टलीन से थिन-फिल्म तक को विजिट करना न भूलें।

पवन ऊर्जा (Wind Energy)

पवन ऊर्जा भी एक स्वच्छ एवं नवीकरणीय ऊर्जा स्रोत है। हवा न केवल एक प्रचुर और अक्षय संसाधन है, बल्कि यह बिना किसी ईंधन को जलाए या हवा को प्रदूषित किए बिजली प्रदान करती है। इसमें, हवा की ऊर्जा से टरबाइन के ब्लेड को घुमाया जाता है और उससे बिजली पैदा करने के लिए एक विद्युत जनरेटर से जोड़कर ऊर्जा प्राप्त की जाती है। समय के साथ पवन ऊर्जा टरबाइन विकसित हुई हैं जो अब कम हवा में भी बेहतर प्रदर्शन करती हैं। हाल के वर्षों में कुछ ऐसी टरबाइन भी विकसित की गईं है जिन्हे घरों की छतों पर भी स्थापित किया जा सकता है।

जियोथर्मल एनर्जी (Geothermal energy)

पृथ्वी अपने केंद्र से लगातार गर्मी उत्सर्जित कर रही है, और अरबों वर्षों तक ऐसा करती रहेगी।। यह एक नवीकरणीय संसाधन है जिसका उपयोग मानव उपयोग के लिए किया जा सकता है। ग्रह के अंदर यह ऊर्जा गृह के गठन और उसके अंदरूनी पदार्थो के रेडियोधर्मी क्षय के दौरान गर्मी के रूप में उत्पन्न होती है। पृथ्वी की सतह के नीचे की इसी प्राकृतिक गर्मी का इस्तेमाल करके भूतापीय ऊर्जा से बिजली उत्पन्न की जाती है। कई देशों ने भूतापीय ऊर्जा के दोहन के तरीके विकसित किए हैं। उदाहरण के लिए केन्या में, बिजली संयंत्र,ओल्कारिया, एक भूतापीय निवेश परियोजना है जो पनबिजली पर देश की निर्भरता को कम करने के लिए बनाई गई है।

जलीय या पनबिजली ऊर्जा (Hydro power energy)

हाइड्रोइलेक्ट्रिक ऊर्जा, जिसे हाइड्रोइलेक्ट्रिसिटी या हाइड्रोपावर भी कहा जाता है ।यह रिन्यूएबल एनर्जी के सबसे पुराने और विश्वसनीय स्रोतों में से एक है। इसमें बिजली उत्पन्न करने के लिए गतिमय पानी (Flowing water) का उपयोग होता है, उदाहरण के लिए झरने के ऊपर बहने वाला पानी। इस विधि में पानी की गतिज ऊर्जा का प्रयोग टरबाइन को घूमने में किया जाता है और फिर इस टरबाइन की यांत्रिक ऊर्जा का इस्तेमाल जनरेटर को चलाने और उससे इलेक्ट्रिसिटी उत्पन्न करने में किया जाता है । 21 वीं सदी की शुरुआत में, पनबिजली ऊर्जा नवीकरणीय ऊर्जा का सबसे व्यापक रूप से उपयोग किया जाने वाला रूप था; 2019 में यह दुनिया की कुल बिजली उत्पादन क्षमता का 18 प्रतिशत से अधिक था। जुलाई 2023 तक,भारत की स्थापित जल विद्युत क्षमता इस प्रकार है:

Large Hydro: 46.85 GW
Small Hydro Power: 4.94 GW

जैव ऊर्जा (BIO-ENERGY)

बायोमास एक अन्य प्रकार की नवीकरणीय ऊर्जा है जो कार्बनिक पदार्थ से प्राप्त होती है, जैसे कि पौधे के अपशिष्ट और पशु अपशिष्ट का प्रयोग गर्मी या बिजली का उत्पादन के लिए किया जाता है । बायोमास का एक बड़ा लाभ है इसकी उपलब्धता : कार्बनिक सामग्री जैसे खाद, कचरा और लकड़ी हमेशा ही उपलब्ध होगी। इस विधि में कार्बनिक सामग्री को या तो भाप उत्पन्न करने के लिए जलाया जाता है, जो बाद में बिजली बनाने के लिए टरबाइन प्रणाली से गुजरती है। या बायोमास एक तरल ईंधन में परिवर्तित हो जाता है, जिसे पुन: कई परिवहन के तरीको में इस्तेमाल किया जा  सकता है ।

निष्कर्ष (Conclusion)

इस पोस्ट में आपने जाना कि रिन्यूएबल एनर्जी क्या है और यह कितने प्रकार की होती है। एक स्थायी और लचीले भविष्य के लिए रिन्यूएबल एनर्जी सोर्सेज को अपनाना अनिवार्य है। स्वच्छ, रिन्यूएबल विकल्पों कि ओर जाना पर्यावरणीय चिंताओं को तो काम करता ही है साथ ही आर्थिक विकास और ऊर्जा स्वतंत्रता को भी बढ़ावा देता है। जैसे-जैसे टेक्नोलॉजी आगे बढ़ रही है, रिसर्च एवं निरन्तर निवेश रिन्यूएबल एनर्जी की क्षमता को अधिकतम करने और इसे अधिक टिकाऊ बनाने के लिए महत्वपूर्ण है।

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